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बादाम के 14 फायदे, उपयोग और नुकसान – Almond (Badam) Benefits and Side Effects in Hindi

Almond (Badam) Benefits and Side Effects in Hindi

नट्स आकार में भले ही छोटे हों, लेकिन पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं। ऐसे ही नट्स की श्रेणी में बादाम भी शामिल है। इसमें मौजूद गुणों की वजह से आयुर्वेद में भी बादाम को अहम माना गया है। इसी वजह से हमारे बड़े-बुजुर्ग भी प्रतिदिन बादाम खाने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार, बादाम खाने से याददाश्त तेज होती है और कई प्रकार की शारीरिक व मानसिक समस्या के लक्षण दूर हो सकते हैं।

बादाम खाने के फायदे – Almond Benefits in Hindi
बादाम का वैज्ञानिक नाम प्रूनस डलसिस (Prunus Dulcis) है और यह रोजेसी (Rosaceae) परिवार से संबंध रखता है। इसमें फैटी एसिड, लिपिड, अमीनो एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट की उचित मात्रा होती है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

1. स्वस्थ हृदय के लिए
बादाम के गुण के कारण इसका सेवन हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है। इस बात की पुष्टि NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) में प्रकाशित एक शोध में भी होती है। बादाम का सेवन करने से लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल-सी) को कम किया जा सकता है। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाला कोलेस्ट्रॉल है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है|

साथ ही बादाम के सेवन से शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल-सी) के स्तर को संतुलित रखा जा सकता है। यह हृदय के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इसके अलावा, यह डिसलिपिडेमिया (रक्त में वसा की अधिक मात्रा) संबंधी लक्षणों को भी कम करके भी हृदय रोग से बचाव कर सकता है। बताया जाता है कि इसमें मौजूद फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम हृदय को स्वस्थ रखते हैं|

2. वजन कम करने के लिए
वजन कम करने के उपाय के बारे में सोच रहे हैं, तो बादाम का इस्तेमाल करें। NCBI में पब्लिश एक वैज्ञानिक रिसर्च में बताया गया है कि बादाम को कम कैलोरी डाइट के साथ शामिल करके वजन कम किया जा सकता है। बादाम की तकरीबन 84 ग्राम मात्रा का रोजाना सेवन करने से चयापचय सिंड्रोम संबंधी असामान्यताएं दूर हो सकती हैं, जिसमें मोटापा भी शामिल है। रिसर्च में आगे बताया गया है कि बादाम का सेवन करने वालों में 24 हफ्ते बाद वजन में कमी पाई गई|

एक अन्य शोध के मुताबिक, 100 ग्राम बादाम में लगभग 12 ग्राम डाइटरी फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। साथ ही यह हेल्दी फैट्स से भरपूर होता है और इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखने में मदद करता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है|

3. कैंसर से बचाव
बादाम के फायदे में कैंसर से बचाव को भी शामिल किया जा सकता है। NCBI द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि बादाम में एंटीकैंसर प्रभाव होता है, जो कैंसर सेल लाइन को बढ़ने से रोक सकता है। साथ ही रिसर्च में कहा गया है कि खासकर कड़वे बादाम में मौजूद एमिग्डालिन में संभावित कैंसर का उपचार करना का प्रभाव हो सकता है|

4. मधुमेह के स्तर का नियंत्रण
मधुमेह से बचाव के उपाय में बादाम के गुण लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस संबंध में NCBI की वेबसाइट पर एक रिसर्च पेपर प्रकाशित है। उसके मुताबिक, बादाम में फाइबर, अनसैचुरेटेड फैट और लो कार्बोहाइड्रेट होता है। साथ ही यह लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स की श्रेणी यानी कम ग्लूकोज वाला खाद्य पदार्थ है। ऐसे में माना जाता है कि बादाम का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज (मधुमेह) के जोखिम से बचा जा सकता है|

वैज्ञानिक अध्ययन के दौरान पाया गया है कि सुबह नाश्ते में बादाम को शामिल करने से ब्लड ग्लूकोज का स्तर कम हो सकता है| अगर किसी को मधुमेह है, तो उसे बादाम के साथ ही डॉक्टरी सलाह लेना भी जरूरी है।

5. मस्तिष्क के विकास के लिए
याददाश्त बढ़ाने और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में भी बादाम के फायदे हो सकते हैं। बादाम का सेवन करने से बढ़ती उम्र के साथ कमजोर होती याददाश्त और मस्तिष्क से जुड़ी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए इसमें पाए जाने वाले टोकोफेरोल, फोलेट, मोनो व पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और पॉलीफेनोल्स मददगार हो सकते हैं। ये पोषक तत्व उम्र से संबंधित कॉगनिटिव डिस्फंक्शन (याददाश्त कमजोर होना) को रोकने का काम कर सकते हैं| इसके अलावा, बादाम को रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल इसमें विटामिन-ई होता है, जो याददाश्त को तेज करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

6. आंखों के लिए
बढ़ती उम्र के साथ-साथ आंखें भी कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में आंखों की कमजोरी दूर करने के उपाय में बादाम के फायदे हो सकते हैं। दरअसल, बादाम में विटामिन ई और जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये पोषक तत्व आंखों से जुड़ी बीमारी एज रिलेटेड मैक्युलर डीजेनेरेशन को दूर रखने का काम कर सकते हैं। साथ ही बादाम में जिंक होता है, जो रेटिना को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी माना जाता है|

7. एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव
एनसीबीआई पर मौजूद एक रिसर्च के मुताबिक, बादाम में खासकर बादाम की त्वचा में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। यह धूम्रपान करने या अन्य कारणों से बढ़े ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली प्रोटीन की क्षति को कम कर सकता है| साथ ही कई अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि एंटीऑक्सीडेंट शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस रोग और नेत्र रोग संबंधी समस्याओं के जोखिम से बचा सकता है।

8. ऊर्जा बढ़ाए
बादाम खाने के फायदे में ऊर्जा बढ़ाने भी शामिल है। एक रिसर्च पेपर में लिखा है कि बादाम में उच्च मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, फैट और ऐश होता है। इसी वजह से बादाम को उच्च ऊर्जा वाला खाद्य पदार्थ माना जाता है। इसमें मौजूद एनर्जी के कारण इसे बिस्कुट और कुकीज बनाते समय भी इस्तेमाल में लाया जाता है। बादाम में मौजूद हाई डेंसिटी एनर्जी की वजह से यह व्यक्ति को ऊर्जात्मक एहसास देता है|

9. पाचन के लिए
बताया जाता है कि बादाम का सेवन करने से पाचन को बेहतर किया जा सकता है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, बादाम और बादाम की स्किन में फाइबर और प्रीबायोटिक्स होते हैं। यह आंत में माइक्रोबायोटा प्रोफाइल और आंतों के बैक्टीरिया की गतिविधियों में सुधार कर सकता है। इससे स्वास्थ्य पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है और हानिकारक चीजों से बचाव हो सकता है|

10. हड्डियों के लिए
हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी बादाम का सेवन किया जा सकता है। NCBI द्वारा प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि हड्डियों के लिए कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व जरूरी होते हैं। ये दोनों न्यूट्रिएंट्स बादाम में पाए जाते हैं। मैग्नीशियम को बोन मिनरल डेंसिटी को बेहतर करने के लिए जाना जाता है। इन दोनों पोषक तत्वों और बोन मिनरल डेंसिटी को बेहतर करने वाले प्रभाव की मदद से ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डी रोग और फ्रेक्चर के जोखिम को कुछ कम किया जा सकता है।

11. पोषक तत्वों से समृद्ध
बादाम कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। इसमें मुख्य रूप से प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, जिंक, विटामिन-ई और फोलेट जैसे पोषक तत्व होते हैं| बादाम में इन पोषक तत्वों के अलावा भी कई न्यूट्रिएंट्स होते हैं|

12. त्वचा के लिए
त्वचा को स्वस्थ रखने में भी बादाम के गुण महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके लिए बादाम के तेल का उपयोग किया जा सकता है। बादाम के तेल में एंटी-इंफ्लामेटरी के साथ इमोलिएंट (Emollient) और स्क्लेरोसेंट (Sclerosant) प्रभाव होते हैं। ये गुण ड्राई स्किन, सोरायसिस और एक्जिमा के घरेलू इलाज के साथ-साथ त्वचा की रंगत को निखारने में भी मददगार साबित हो सकते हैं। साथ ही यह त्वचा को जवां बनाए रखने में भी सहायक हो सकता है|

13. बालों के लिए
बादाम के फायदे में बालों को स्वस्थ और लंबा बनाना भी शामिल है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, बादाम में मौजूद प्रोटीन, विटामिन और टोकोफेरोल बालों के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा सकते हैं, साथ ही बादाम के तेल के इस्तेमाल से बालों को उचित पोषण मिलता है, जिससे बाल मुलायम और मजबूत बन सकते हैं। साथ ही यह एक क्लींजिंग एजेंट के रूप में भी काम कर सकता है|

यही नहीं, बाल झड़ने की समस्या से परेशान लोगों के लिए भी बादाम फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, आमतौर पर शरीर में बायोटिन (एक तरह के विटामिन) की कमी होने से बालों के पतले और झड़ने की समस्या शुरू होती है। ऐसे में बादाम में मौजूद बायोटिन इसके स्तर को कुछ बेहतर करके बालों को झड़ने से रोक सकता है|

14. बादाम के पौष्टिक तत्व – Almond Nutritional Value in Hindi
बादाम में विभिन्न तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं।

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 Gram.
पानी 4.41 g
ऊर्जा 579 kcal
प्रोटीन 21.15 g
टोटल लिपिड (फैट) 49.93 g
कार्बोहाइड्रेट 21.55 g
फाइबर 12.5 g
टोटल शुगर 4.35 g
मिनरल्स
कैल्शियम, Ca 269 gm
आयरन, Fe 3.71 gm
मैग्नीशियम , Mg 270 gm
फास्फोरस, P 481 gm
पोटैशियम, K 733 gm
सोडियम, Na 1 mg
जिंक, Zn 3.12 mg
विटामिन्स
थाइमिन 0.205 mg
राइबोफ्लेविन 1.138 mg
नियासिन 3.618 mg
विटामिन बी -6 0.137 mg
फोलेट DFE 44 µg
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) 25.63 mg
लिपिड
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 3.802 g
फैटी एसिड, टोटल मोनोसैचुरेटेड 31.551 g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 12.329 g

बादाम खाने का तरीका – How to Eat Almond in Hindi

कैसे खाएं :

बादाम को ऐसे ही साबूत खाया जा सकता है।
बादाम को रातभर पानी में भिगोकर अगली सुबह इसे छिलके उतारकर खाया जा सकता है।
चिवड़ा में मिलाकर बादाम को खा सकते हैं।
कॉर्नफ्लेक्स या फ्रूट सलाद में बादाम के टुकड़े को डालकर खा सकते हैं।
बादाम का हलवा बनाकर खा सकते हैं।
बादाम का सेवन मिल्क शेक में मिक्स करके किया जा सकता है।
केक में बादाम का उपयोग करके खाया जा सकता है।
कई मिठाइयों में भी बादाम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसे चॉकलेट में भी उपयोग किया जा सकता है।
बादाम पाउडर को सादा या दूध में मिलाकर भी बादाम का सेवन किया जा सकता है।
बनाना या मैंगो शेक में भी बादाम का इस्तेमाल किया जा सकता है।
आलमंड से बना बादाम मिल्क भी आप पी सकते हैं।

कब खाएं :

सुबह या शाम को व्यायाम के बाद कुछ भीगे हुए बादाम खाए जा सकते हैं।
इससे बने चॉकलेट या केक को दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है।
शाम को बादाम मिल्क शेक पी सकते हैं।

कितना खाएं :

प्रतिदिन 56 ग्राम (1 मुट्ठी) तक बादाम खाने की मात्रा को सुरक्षित माना जाता है| वैसे हर किसी की आहार क्षमता एक जैसा नहीं होती है, इसलिए एक बार आहार विशेषज्ञ की सलाह भी ले सकते हैं।

बादाम खाने के फायदे ही नहीं, बल्कि कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जानिए बादाम के नुकसान क्या हैं।

बादाम के नुकसान – Side Effects of Almond in Hindi

इसमें कोई दो राय नहीं कि बादाम सेहत के लिए फायदेमंद होता है। हां, कुछ लोगों को इसकी अधिक मात्रा या कुछ अन्य कारण से बादाम के नुकसान हो सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं।

कुछ लोगों को बादाम का सेवन करने से फूड एलर्जी हो सकती है|
गर्भवतियों में स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं हैं, तो बादाम के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
बादाम में फाइबर होता है| ऐसे में इसकी अधिकता होने पर पेट में गैस (पेट फूलना), सूजन और ऐंठन जैसी समस्या हो सकती है|
अध्ययनों से पता चलता है कि बादाम में ऑक्सालेट कंपाउंड होता है, जिससे गुर्दे में पथरी (किडनी स्टोन) का जोखिम बढ़ सकता है|
स्वाद में कड़वे बादाम के नुकसान भी हैं। इससे शरीर में साइनाइड विषाक्तता हो सकती है|

इस आर्टिकल से आपको यह बात तो समझ आ ही गई होगी कि बादाम के सेवन से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें लगभग सभी तरह के न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो व्यक्ति को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। शायद इसी वजह से बादाम को कई रोगों से बचाव का एक अच्छा तरीका माना जाता है। बस ध्यान रहे कि अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो सिर्फ बादाम पर निर्भर रहना ठीक नहीं है। उसके लिए डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

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